Director's Message
कॉलेज शिक्षा व्यक्ति के जीवन का एक महत्वपूर्ण और अविस्मरणीय अंग है। इसी समय व्यक्ति अपने सपनों को दिशा देता है और उन्हे साकार करने हेतु पूर्णतः प्रयासरत होता है। ये प्रयास ही उसे अपने लक्ष्य तक पहुंचाते हैं।
कम्प्यूटर विज्ञान एक ऐसा क्षेत्र है जो विगत कई वर्षों से सर्वाधिक रोजगार उपलब्ध करा रहा है। कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर में देश का परचम स्थापित करने के बाद अब कम्प्यूटर के उपयोग को हर गांव तक पहुंचाना एक चुनौती है। इसके लिए कम्प्यूटर प्रोफेशनल्स के बडे नेटवर्क की आवश्यकता है अतः केरियर विकास के लिये कम्प्यूटर साइंस एवं एप्लीकेशन विषय का चुनाव निश्चित ही सही है। महाविद्यालय वर्ष 1997 से ही केकड़ी में कम्प्यूटर शिक्षा उपलब्ध कराने में अग्रणी है। कम्प्यूटर विषय में स्नातक डिग्री प्राप्त करने के लिये महाविद्यालय में सत्र 2007-08 से ही BCA कोर्स संचालित है।
मैनेजमेंट (प्रबन्ध) हर क्षेत्र में आवश्यक है। प्राइवेट सेक्टर में प्रबन्ध के विद्यार्थी उच्च स्तर पर कार्यरत है इसे ध्यान में रखते हुए महाविद्यालय में प्रबन्ध के क्षेत्र में BBA कोर्स प्रारम्भ किया गया है। BBA करके MBA की तरफ आसानी से बढ़ा जा सकता है।
वाणिज्य विषय के प्रोफेशनल की सदैव ही आवश्यकता रही है। इसकी पूर्ती हेतु महाविद्यालय में सत्र 2014-15 से स्नातक पाठ्यक्रम बी.कॉम प्रारम्भ किया गया है। स्नातक पाठ्यक्रम के साथ-साथ सी.ए., सी.एस. आदि प्रोफेशनल कोर्सेज की अतिरिक्त कोचिंग का लाभ भी विद्यार्थी ले सकेंगे। महाविद्यालय में इस हेतु आधुनिक तकनीक के साथ व्यवस्था की गई है।
कला संकाय को एक अभिनव तरीके से विद्यार्थियों तक पहुंचाने तथा प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु क्षमताओं को विकासित करने के उद्देश्य से महाविद्यालय में सत्र 2017-18 से कला संकाय प्रारम्भ किया गया है । जिसमें हिन्दी साहित्य, अंग्रेजी साहित्य, अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र, इतिहास एवं समाज शास्त्र विषय उपलब्ध है।
सही रास्ता चुनने के बाद भी मंजिल तभी मिलती है जब न केवल उस पर चला जाये बल्कि प्रतिस्पर्धा के दौर में तो दौडा जाये। विद्यार्थियों की राह में उत्प्रेरक का कार्य महाविद्यालय परिवार द्वारा किया जा रहा है। इसका प्रत्येक सदस्य केरियर विकास व संस्कारवान नागरिक बनाने में सदैव आपके साथ है।
शिक्षा के इस मन्दिर में आपका स्वागत एवं अभिनन्दन है। यह महाविद्यालय आपके विकास में सहभागी बनकर गौरवान्वित है। विद्यार्थी शिक्षक एवं अभिभावक सभी मिलकर ही इस उद्देश्य को पूरा कर सकते हैं। विद्यार्थियों का दायित्व है कि वे कक्षा में और घर पर नियमित अध्ययन करे और सह शैक्षणिक गतिविधियों में बढ़-चढ़ कर भाग लेवे। शिक्षको का कर्तव्य है कि वे समय पर अध्यापन कार्य एवं सह शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन करे, नई तकनीक से विद्यार्थियों को अवगत कराए। अभिभावकों से अपेक्षा है कि महाविद्यालय से नियमित सम्पर्क कर छात्र प्रगति की जानकारी करते रहे।